सन्देष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का निष्कलंक जीवन
जीवन का सीधा और सच्चा मार्ग पाने के लिए मनुष्य को सदैव ईश्वरीय मार्ग-प्रदर्शन की आवश्यकता होती है। इससे हटकर वह सीधा मार्ग नहीं पा सकता। इसी उद्देश्य के लिए अल्लाह सर्वशक्तिमान ने किताबें उतारीं और अपने सन्देष्टा भेजे, जिन्हों ने लोगों के समक्ष अल्लाह के संदेश को प्रस्तुत किया, उसके अभिप्राय को स्पष्ट किया और उसके अनुसार चलकर दिखाया ; ताकि लोगों को अल्लाह के आदेशों के अनुसार जीवन व्यतीत करने का तरीक़ा पता चल जाए। इसकी अंतिम कड़ी हमारे सन्देष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम हैं, जिन पर नुबुव्वत व रिसालत का सिलसिला संपन्न हो जाता है और आपकी रिसालत को स्वीकार करना और उसका अनुपालन करना परलोक तक आनेवाली समस्त मानव जातियों के लिए कर्तव्य और दायित्व करार दिया जाता है, क्योंकि इसके बाद अल्लाह की ओर से कोई अन्य संदेष्टा, कोई और मार्ग-दर्शक अवतरित नहीं होगा। प्रस्तुत लेख में अंतिम सन्देष्टा के जीवन आदर्श का उल्लेख किया गया है।
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- इस्लाम के पैगंबर से संबंधित विविध सामग्रियाँ << मुहम्मद अल्लाह के पैगंबर << रसूलों (संदेष्टाओ) पर ईमान और उनकी विशेषताएं << ईमान और उसके स्तंभ << अक़ीदा (आस्था)
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के गुण << मुहम्मद अल्लाह के पैगंबर << रसूलों (संदेष्टाओ) पर ईमान और उनकी विशेषताएं << ईमान और उसके स्तंभ << अक़ीदा (आस्था)
- धर्म प्रचार एवं धर्म प्रचारक