मुसलमान की सहायता करना एक धार्मिक कर्तव्य है
इस्लाम धर्म में सबसे सुदृढ़ और सर्वोच्च संबंध और बंधन इस्लामी भाईचारा है, इसीलिए एक मुसलमान के प्रति दूसरे मुसलमान पर अनेक अधिकार अनिवार्य हैं जिनकी पूर्ति करना हर मुसलमान का कर्तव्य है, उन्हीं में से एक कर्तव्य मुसलमान भाई की सहायता करना, संकट में उसके साथ खड़ा होना तथा उसकी सहायता पर शक्तिवान होते हुए उसको असहाय न छोड़ना है। क़ुर्आन और हदीस में इसके क्या प्रमाण हैं? पढ़िये इस लेख में।