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शुद्ध अक़ीदा और उसके विरुद्ध चीज़ें - (हिन्दी)

शुद्ध अक़ीदा और उसके विरुद्ध चीज़ें- शुद्ध अक़ीदा ही इस्लाम धर्म का मूल तत्व और मिल्लत का आधार है, इसी के साथ पवित्र कुरआन अवतरित हुआ और अल्लाह तआला ने अपने ईश्दूत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को भेजा. तथा कोई भी कथन और कर्म उस समय तक शुद्ध और....

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जादू तथा ग़ैब की बात बताने के बारे में शरई दृष्टिकोण - (हिन्दी)

जादू तथा ग़ैब की बात बताने के बारे में शरई दृष्टिकोण

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शीया संप्रदायों के बारे में विवरण - (हिन्दी)

आदरणीय शैख अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह बिन बाज़ रहिमहुल्लाह से प्रश्न किया गया किः आदरणीय शैख, हमें शीया लोगों के साथ मतभेद के कारणों को जानने की सख्त ज़रूरत है। हम आप से उनके अक़ाइद (विश्वास) को स्पष्ट करने की आशा करते हैं। अल्लाह सबके अंतर्दृष्टि को प्रकाशमान करे।

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नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की क़ब्र की ज़ियारत के लिए यात्रा करने का हुक्म - (हिन्दी)

नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की क़ब्र की ज़ियारत और आप के अलावा अन्य औलिया और सालेहीन (सदाचारियों और पुनीत लोगों) वगैरह की क़ब्रों की ज़ियारत करने का क्या हुक्म है ?

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पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के अवशेष से बरकत चाहने का हुक्म - (हिन्दी)

नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के अवशेष और चिन्हों से तबर्रूक लेने (बरकत चाहने) जैसे कि मस्जिदे नबवी शरीफ वगैरा में दीवारों और दरवाज़ों पर हाथ फेरने का क्या हुक्म है ?

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आस्था और धर्मशास्त्र के मामलों में अज्ञानता के कारण कौन सा व्यक्ति क्षमा के योग्य है? - (हिन्दी)

वे कौन से लोग हैं जो अज्ञानता के कारण क्षम्य (मा’ज़ूर) समझे जायेंगे ? और क्या आदमी धर्मशास्त्र के मामलों में अपनी अज्ञानता के कारण क्षम्य समझा जायेगा ? या अक़ीदा और तौहीद (एकेश्वरवाद) के मामलों में क्षम्य समझा जायेगा ? और इस मामले के प्रति विद्वानों का क्या कर्तव्य....

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इस्लाम सेबनष्काससत करनेवाल़ी िात - (हिन्दी)

इस्लाम सेबनष्काससत करनेवाल़ी िात

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सफ़र के महीने से अपशकुन लेना जाहिलियत के कामों में से है - (हिन्दी)

अक्सर दोहराया जाता रहता है कि सफर का महीना नहूसत (अपशगुन, दुर्भाग्य) का महीना है, जिससे कुछ अवाम बहुत से मामलों में अपशकुन लेते हैं। चुनाँचे उदाहरण के तौर पर इस महीने में निकाह नहीं किया जाता है, इसी तरह कुछ लोगों का मानना है कि निकाह की सभा में....